5 Simple Techniques For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं

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कवच को नवरात्रि के दौरान अथवा शुक्रवार के दिन किसी भी शुभ नक्षत्र और योग में धारण करें।

Parad get oxidises soon after reacting Using the atmospheric oxygen. So we must clean up the Parad Shivalingam. We need to just about every alternate day clear the Parad shivling with contemporary lemon.

आपको ओम नमः शिवाय का नियंत्रण जाप करते रहना चाहिए।

इसकी स्थापना शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में अथवा दिवाली और नवरात्री मे करें।

मोक्ष की प्राप्ति: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पारद शिवलिंग की नियमित पूजा मोक्ष की प्राप्ति में सहायक मानी जाती है।

पारद शिवलिंगाच्या दर्शनाने मोठी पापे दूर होतात.

ब्रह्महत्या सहस्त्राणि गौहत्याया: शतानि च। तत्क्षणद्विलयं यान्ति रसलिंगस्य दर्शनात्।। 

पन्ना शिवलिंग; पन्ने नामक हरे रंग के कीमती रत्न से बनाया जाता है।

इसके पश्चात भगवान का पंचोपचार पूजन करें। इसमें गंध, पुष्प, धूप, दीप और तुलसी के साथ नैवेद्य को शामिल करें।

पारद को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है और ब्रह्माण्ड को जन्म देने वाले उनके वीर्य का प्रतीक भी इसे माना जाता है। धातुओं में अगर पारद को शिव का स्वरूप माना गया है तो ताम्र को माँ पार्वती का स्वरूप। इन दोनों के समन्वय से शिव और शक्ति का सशक्त रूप उभर कर सामने website आ जाता है। ठोस पारद के साथ ताम्र को जब उच्च तापमान पर गर्म करते हैं तो ताम्र का रंग स्वर्णमय हो जाता है। इसीलिए ऐसे शिवलिंग को सुवर्ण रसलिंग भी कहते हैं।

ब्रह्मचारियों का श्री पंचाग्नि अखाड़ा

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?

शिवलिंगावर घरात सतत पाण्याची धार लावणे हे शक्य नसते म्हणून त्यावर चंदन पावडर गंगाजल मध्ये मिक्स करून लेप करून ठेवावा.

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